*5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के परिपेक्ष में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय नगरी में पौधारोपण किया गया तथा इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम विश्व स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण का अंत पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस पर एक आध्यात्मिक चिंतन हमारी सोच धरती और हम इस पर प्रकाश डालते हुए राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी भावना बहन ने कहा आज मनुष्य और प्रकृति के बीच खोए हुए सामंजस्य को पुनः प्रतिस्थापित करने का समय है ज्यादातर हम पर्यावरण के बदलाव को सिर्फ भौतिक व नीतियों के नजरिए से देखते हैं परंतु हमारे चिंतन भावनाएं तथा जागरूकता भी सूक्ष्म पहलू होती है हमारा अध्यात्म कहता है हम जो सोचते हैं महसूस करते हैं उसका असर पूरे पर्यावरण पर होता है प्रकृति और मनुष्य के बीच गहरा संबंध है प्राचीन समय में लोगों की भावनाएं करुणामई होती थी तब प्रकृति भी संतुलन में रहती थी जैसे-जैसे मनुष्य में अहंकार लालच और भय बढा वैसे-वैसे प्रकृति में असंतुलन बढा ।
यह संतुलन तभी संभव होगी जब हम अपनी आत्मिक शक्तियों जैसे शांति, प्रेम, पवित्रता, सुख, शांति, आनंद व ज्ञान को जागृत करेंगे । यही हमारे प्राकृतिक गुण है साथ ही सात्विक भोजन ग्रहण करें जिससे हमारे अंदर सबके प्रति सात्विकता व शुभ भाव जागृत हो सके । आज मानव अपने निजी स्वार्थ के कारण वनों की अंधाधुंध कटाई कर रहा है शहरीकरण के कारण जंगलों को काटा जा रहा है औद्योगिकीकरण के कारण भयानक जहरीले गैस तथा रासायनिक तत्व प्रकृति को प्रदूषित कर रही है। प्रकृति प्रदत्त संसाधनों का मनुष्य अत्याधिक दोहन कर रहा है अब समय है प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्य को निभाने का क्योंकि हमेशा प्रकृति ने हमको दिया है आज लौटने का वक्त है साथ ही इस वर्ष की थीम विश्व को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त करना इस और सबका ध्यान आकर्षित करते हुए कहा हमें प्लास्टिक से बने उत्पादों का उपयोग नहीं करना चाहिए बल्कि उसके स्थान पर कपड़े व कागज से बने सामग्री का उपयोग करना चाहिए अंत में सभी से कहा अपने आप से वादा करें हम प्लास्टिक मुक्त व प्रदूषण रहित संसार की रचना करने में अपनी महती भूमिका निभाएंगे।
तदुपरांत चेलेश्वरी साहू पार्षद ने कहा प्रत्येक व्यक्ति को अपने घरों में पौधारोपण अवश्य करना चाहिए जिससे हमारी प्रकृति संतुलित रह सके । प्लास्टिक प्रदूषण एक ज्वलंत विषय है प्लास्टिक मुक्त विश्व बनाने के लिए हम सबको अपना सहयोग देना होगा । तत्पश्चात श्री नरेश पटेल पार्षद ने सभी को पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए सभी को अपने घरों में पेड़ लगाने की अपील की इसी तारतम्य में डॉ मुकेश चौधरी जी ने कहा मनुष्य अपने सुख सुविधा के लिए वनों की अंधाधुंध कटाई से पर्यावरण में प्रदूषण बढ़ रहा है इससे ग्लोबल वार्मिंग की समस्या उत्पन्न हो रही है तथा मौसम असंतुलित हो गया है जिसका प्रतिकूल प्रभाव मनुष्य जाति झेल रहा है गर्मी के बढ़ने से ग्लेशियर पिघल रहा है जो विनाश का एक कारण बन सकता है प्रत्येक मनुष्य दो पौधा अवश्य लगाएं जिससे लाखो पेड़ तैयार हो जाएंगे तभी पर्यावरण सुरक्षित रह पाएगा। अंत में ब्रह्माकुमारी परमेश्वरी बहन ने अतिथियों को पौधे भेंट किये तथा राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी भावना बहन ने प्रदूषण मुक्त पर्यावरण तथा प्लास्टिक मुक्त विश्व बनाने के लिए प्रतिज्ञा करवाई । कार्यक्रम का संचालन मन्नू राम साहू ने किया।*