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बाल दिवस पर स्कूली बच्चों ने दिखलाई विभिन्न कलाओं में प्रतिभा।


शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हसदा नं1 में कक्षा छटवी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए खेल मेला का आयोजन किया गया। खेल प्रभारी शिक्षक विरेन्द्र साहू ने इसका उद्देश्य को रेखांकित करते हुए कहा कि मोबाइल गेम और ऑनलाइन खेलो को छोड़कर, शारीरिक परिश्रम वाले खेलों पर फोकस करना है ताकि कम उम्र में ही विद्यार्थियों को शारीरिक समस्याओं से गुजरना न पड़े। आज की परिस्थितियों बदल गई है आज खेलों में शानदार करियर देखा जा सकता है। 

शिक्षक शिवशंकर साहू ने कहा कि आजकल तनाव से भरी दुनिया में खेल ही है जो आपको कुछ ही मिनट में तनाव मुक्त होने में मदद करता है। विद्यार्थियों को नियमित रूप से खेलने की आदत डालने के लिए खेल मेला में विभिन्न खेलो को बारी-बारी से खेलाया।

प्राचार्य डी.एस.ने नाग ने कहा कि खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलना जरूरी है। जिसमें कबड्डी, खो - खो, गोला फेंक, लंबी कूद, ऊंची कूद, रस्साकशी, 100 मीटर दौड़, मेंढक दौड़, बोरा दौड़,  कुर्सी दौड़, आर्म रैसलिंग वेटलिफ्टिंग, शतरंज का खेल सहित चित्रकारी, रंगोली प्रतियोगिता कराया गया। बच्चों ने लिये बहुत मजेदार एवं मनोरंजक खेल रहा।ग्यारहवीं एवं बारहवीं के छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी ब्यंजन एवं पकवान बनाकर खूब वाहवाही लूटी। 


 मुख्य अतिथि दुर्गेश यादव ने उद्बोधन में कहा कि खेल से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य सुधरता है बल्कि मानसिक एवं सामाजिक स्वास्थ्य को भी प्रोत्साहित किया जा सकता है।विधायक प्रतिनिधि 

रोहित साहू ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। अंत में सभी विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया।

 इस कार्यक्रम में  शाला प्रबंधन विकास समिति के अध्यक्ष दुर्गेश यादव, विधायक प्रतिनिधि रोहित साहू,  भूषण यादव उपसरपंच, संजय कुमार साहू, लोमेश वैष्णव (सदस्य) , 

प्राचार्य डी एस नाग,

ए.एस.कंवर (प्रधान पाठक) सभी ब्याख्याता एवं स्टाफ , माध्यमिक विद्यालय हसदा नं1 के सभी शिक्षक, छात्र छात्राओं का सहयोग रहा

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