रायपुर, — लंबे समय से निगलने में कठिनाई और उल्टी जैसी समस्याओं से जूझ रहे एक युवक का एनएच एमएमआई अस्पताल, रायपुर में सफलतापूर्वक उपचार किया गया। जांच में उसे अचलासिया कार्डिया—ग्रासनली की गतिशीलता से जुड़ा एक दुर्लभ विकार—का निदान हुआ, जिसके लिए सटीक और उन्नत शल्य चिकित्सा की आवश्यकता होती है।
अस्पताल में लैप्रोस्कोपिक हेलर्स मायोटॉमी प्रक्रिया को उन्नत लेप्रोस्कोपिक एवं लेज़र सर्जरी विशेषज्ञ, एम्स-प्रशिक्षित डॉ. गौरव जोशी ने अंजाम दिया। सुरक्षा, सूक्ष्म तकनीक और सटीकता के लिए प्रसिद्ध डॉ. जोशी ने यह सर्जरी पूरी तरह सुरक्षित और बिना किसी जटिलता के संपन्न की।
सर्जरी के बाद रोगी को तीसरे दिन ही आरामदायक स्थिति में छुट्टी दे दी गई, और उसके लक्षणों में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया।
डॉ. जोशी ने टीम के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा:
“हर मरीज़ एक सुरक्षित और उत्कृष्ट सर्जिकल अनुभव का हकदार है—चाहे प्रक्रिया सरल हो या जटिल। हम हर कदम पर विस्तृत योजना, कोमल तकनीक और करुणामयी देखभाल को प्राथमिकता देते हैं।”
नियमित से लेकर जटिल लेप्रोस्कोपिक शल्य प्रक्रियाओं में निरंतर सफल परिणामों के साथ, डॉ. जोशी प्रदेश के लोगों को अत्याधुनिक, न्यूनतम आक्रामक सर्जिकल सेवाएँ प्रदान करते आ रहे हैं।
