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तारिणी चंद्राकर ने कहा कि यह सत्य की जीत है और केंद्र की मोदी सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध व बदले की भावना पूरी तरह बेनकाब हो गई है


दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेतृत्व को बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपपत्र पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया है। इस निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष तारिणी चंद्राकर ने कहा कि यह सत्य की जीत है और केंद्र की मोदी सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध व बदले की भावना पूरी तरह बेनकाब हो गई है।उन्होंने कहा कि माननीय अदालत ने यंग इंडियन मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को अवैध और दुर्भावनापूर्ण पाया है। अदालत ने स्पष्ट किया कि ईडी का मामला क्षेत्राधिकार से बाहर है और बिना प्राथमिकी (एफआईआर) के कोई मामला बनता ही नहीं है। इस फैसले के विरोधाभास में भाजपा की कथित अलोकतांत्रिक नीतियों के खिलाफ, प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देशानुसार प्रदेश संगठन के वरिष्ठ नेताओं सहित धमतरी जिले से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रदेश कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया।

       तारिणी चंद्राकर ने आगे कहा कि पिछले एक दशक से मुख्य विपक्षी दल के खिलाफ मोदी सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाइयां पूरी तरह राजनीतिक द्वेष से प्रेरित रही हैं। न तो धनशोधन का कोई मामला है, न अपराध से अर्जित आय और न ही संपत्ति का कोई हस्तांतरण ये सभी आरोप निराधार साबित हुए हैं और आज धराशायी हो गए हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले भी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की लोकप्रिय भूपेश बघेल सरकार को हटाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया गया। वर्तमान में प्रदेश की विष्णु देव साय सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कांग्रेस नेताओं को प्रताड़ित कर जेल भेजने का कार्य कर रही है। अंत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसका नेतृत्व सत्य, संविधान और हर भारतीय के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हमें कोई डरा नहीं सकता, क्योंकि हम सत्य के लिए लड़ते हैं।

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