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*जानकी जयंती पर राजिम में निकाली गई विशाल शोभायात्रा : सैकड़ों भक्तों ने किया अमृत स्नान*


राजिम। जानकी जयंती के अवसर पर राजिम नगर साहू संघ एवं कबीर सेवा आश्रम राजिम के संयुक्त तत्वावधान में विशाल शोभा यात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा राजिम के मां महामाया मंदिर से निकलकर पं. सुंदरलाल शर्मा चौक से गायत्री मंदिर, व्हीआईवी मार्ग, महोत्सव स्थल को पार करते हुए त्रिवेणी संगम में बने शाही कुंड पहुंचा। जहां पूजा अर्चना के बाद सैकड़ों भक्तों ने अमृत स्नान किया।

शोभायात्रा में राजिम भक्तिन माता समिति के अध्यक्ष लाला साहू, होरीलाल साहू, नगर साहू संघ राजिम के अध्यक्ष भवानी शंकर साहू, कबीर आश्रम के प्रमुख मेघनाथ साहू, टंकेश्वर सोनकर, अजय पटेल, नंदी शर्मा, घनश्याम साहू, रामकुमार साहू, राजू साहू, विष्णु साहू, तरुण साहू, झाडू राम, शिवराम साहू, हरिनाथ साहू, रूपलाल साहू, ईश्वरी साहू, प्रकाश साहू, रमेश साहू, ईश्वर साहू, देवलाल साहू शामिल थे।


 *सुबह श्रद्धालुओं ने किया पुण्य स्नान*


जानकी जयंती के अवसर पर सुबह स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ अटल घाट, संगम घाट, स्वर्ण तीर्थ घाट, नेहरू घाट, स्नान कुंड में उमड़ी। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने दीपदान भी किया। महिलाओं, पुरुषों सहित बच्चों ने स्नान उपरांत सूर्यदेव को अर्ध्य दिया तथा रेत से शिवलिंग बनाकर जलाभिषेक किया।

तीर्थ नगरी राजिम में जानकी जयंती पर स्नान का विशेष महत्व हैं। लोककथा के अनुसार त्रेता युग में वनवास के दौरान राम, लक्ष्मण सहित देवी सीता राजिम पहुंचकर लोमष ऋषि के दर्शन किए और आगे के मार्ग के लिए उन्होंने मार्ग दर्शन लिया। इस दौरान नदी में स्नान कर देवी सीता ने रेत से शिवलिंग बनाकर जलाभिषेक कर पूजन किया। तब से रेत से शिवलिंग बनाने की परम्परा चल पड़ी। माना जाता है कि इस तरह अनुष्ठान करने से हरि और हर सहित देवी सीता प्रसन्न होकर अबाध कृपा बरसाती है।

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