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खरीदी केंद्रों में धान विक्रय करने आए किसानों के वाहन व धान के फोटो का 100 प्रतिशत पोर्टल अपलोड अनिवार्य


 

धान विक्रय प्रक्रिया में पारदर्शिता: वाहन व धान का फोटो अपलोड करना अनिवार्य

खरीदी केंद्रों में फोटो अपलोड शत-प्रतिशत सुनिश्चित करें - कलेक्टर  उइके

धान खरीदी होगी पूरी तरह पारदर्शी, फोटो अपलोड में कोताही पर कार्रवाई तय

पोर्टल पर वाहन व धान का फोटो अपलोड नहीं तो जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई

गरियाबंद / धान खरीदी व्यवस्था को पारदर्शी, सुचारु एवं जवाबदेह बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने जिले के समस्त धान खरीदी केंद्रों पर कड़े निर्देश जारी किए हैं। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि धान विक्रय हेतु केंद्र में आने वाले प्रत्येक किसान के वाहन तथा विक्रय किए जा रहे धान का फोटो पोर्टल पर 100 प्रतिशत अपलोड करना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि फोटो अपलोड की प्रक्रिया वास्तविक समय (रीयल टाइम) में की जाए, ताकि धान खरीदी की संपूर्ण कार्यवाही का डिजिटल रिकॉर्ड उपलब्ध रहे और किसी भी प्रकार की अनियमितता, शॉर्टेज अथवा फर्जीवाड़े की संभावना समाप्त हो। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था किसानों के हित संरक्षण के साथ-साथ शासन की खरीदी नीति की प्रभावी निगरानी के लिए अत्यंत आवश्यक है। कलेक्टर ने सभी सहकारी समितियों के प्रबंधकों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी भी धान खरीदी केंद्र पर फोटो अपलोड में लापरवाही, टालमटोल या अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित समिति प्रबंधक के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी। जिला प्रशासन ने बताया कि इस व्यवस्था से खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी, किसानों को उनके विक्रय की सही जानकारी मिलेगी तथा भुगतान प्रक्रिया में भी तेजी आएगी। वहीं, खरीदी केंद्रों के प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे तकनीकी संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करें और कर्मचारियों को आवश्यक प्रशिक्षण देकर प्रक्रिया का शत-प्रतिशत अनुपालन कराएं। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को नियमित निरीक्षण कर फोटो अपलोड की स्थिति की समीक्षा करने तथा किसी भी प्रकार की त्रुटि पाए जाने पर तत्काल सुधार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

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