आदिवासी कला-संस्कृति, कलाकार और आदिवासी समुदाय के सभी प्रतिभावान् व्यक्तियों को साथ लेकर चलने वाले छत्तीसगढ़ की संस्था जोहार आदिवासी कला मंच छत्तीसगढ़ की ओर से कांकेर जिला में भव्य कला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
आपको बता दें यह महोत्सव अपने आप में कई सारे विविधताओं से परिपूर्ण होने वाला है। जोहार आदिवासी कला मंच जो कि पंजीकृत संस्था है और विगत् वर्षों से कला महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में आयोजित कराते आ रहा है।
इस बार यह महोत्सव कांकेर जिला के गोड़वाना समाज भवन भीरावाही में होना संभावित है। कार्यक्रम 14 दिसम्बर को होगा। इस कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय से जुड़े दिग्गज कलाकारों के साथ नवांकुर कलाकार भी शामिल होंगे, यह महोत्सव अपने आप में इसलिए विविधतापूर्ण है क्योंकि यहाँ आपको लोकनृत्य, लोकगाथा, काव्यपाठ, आदिवासी वेशभूषा के साथ आदिवासी कलाकारों की कलाकारी देखने को मिलेगी। इस तरह के कार्यक्रम कांकेर जिला के साथ पूरे बस्तर संभाग में पहली बार आयोजित होने वाला है।
प्रदर्शनी प्रभारी भानुप्रताप कुंजाम (जो स्वयं रिकॉर्ड होल्डर माइक्रो आर्टिस्ट हैं) के अनुसार कला प्रदर्शनी में पूरे छत्तीसगढ़ के आदिवासी कलाकारों की कलाकारी देखने को मिलेगी। खैरागढ़ विश्वविद्यालय के कलाकारों की कलाकारी विशेष आकर्षण से भरी होगी जो दर्शकों को रोमांचित कर देगी। सभी कला प्रेमियों को कला महोत्सव में जरूर शामिल होनी चाहिए।
